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Book Summary
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डाॅ. विक्रम सिंह द्वारा लिखित स्क्रीन प्ले सरहद युद्ध की विभीशिका का वर्णन न होकर युद्ध की स्थितियों में व्यक्ति की आस्थाओं में आए परिवर्तन की ओर संकेत कर व्यक्ति की भौतिक आस्थाओं के आगे अन्तर्निहित आस्थाओं के बेवस होकर समर्पण की स्थिति का बेवाक वर्णन करता है। सभ्यता की कहानी के मुख्य पात्रा व्यक्ति के साथ सहपात्रा के रूप में प्रस्तुत अनुशासन ने जीवन के हर क्षेत्रा में जिन सरहदों का निर्माण किया है उनका उल्लंघन व्यक्ति के समक्ष कितनी बड़ी विपदाएं उत्पन्न कर देता है। इसका विवरण सरहद में बड़े ही सहज ढंग से प्रस्तुत किया गया है। विकास की बजाय विनाश की ओर अग्रसर हो चुकी मानव सभ्यता को वापस विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए समस्त मानव सभ्यता के समक्ष उत्पन्न हो गए खतरे को प्रदर्शित कर व्यक्ति को शान्ति की दिशा में अग्रसर होने की प्रेरणा देता स्क्रीन प्ले सरहद शांति प्रयासों में मील का पत्थर है। निरन्तर युद्ध की विभीशिका से आक्रान्त मन में युद्ध से मुक्ति हेतु नयी पीढ़ी की सोच में आए बदलाव को स्क्रीन प्ले सरहद में बहुत ही सुन्दर और सहज ढ़ंग से प्रस्तुत किया गया है।
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